save water for life.
जल हमारे जीवन की प्रमुख आवश्यकता है। जल के बिना जीवन असंभव है। आज हम इतना विकास कर लेने के बाद भी इस प्रमुख आवश्यकता के प्रति कितना सजग हैं यह हमारे संरक्षण,संग्रहण और उपयोग के तरीकों से स्पष्ट है। केवल जल की उपयोगिता और उपयोग पर हमारे दृष्टिकोण ने हमारी समस्त विद्वता पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। क्यों हम इस प्रमुख आवश्यकता के प्रति इतना निश्चिन्त और अकर्मण्य हैं? हमारे विकास के अहंकार ने हमें विवेकहीन कर दिया है इसी कारण हम अपनी इस प्रमुख आवश्यकता के प्रति अकर्मण्य हो समस्त प्राणियों के जीवन को घोर संकट की ओर ले जा रहे हैं। हम केवल समझदार होने का ढोंग कर रहे हैं। जब हम जल के संचय और संग्रहण के प्रति इतने अकर्मण्य व दायित्वहीन हैं तो इसके उपभोग पर हमारा अधिकार कैसे बनता है? अब भी जल के संचयन व उपभोग के सम्बन्ध में हमारी थोड़ी सी जागरूकता समस्त प्राणियों को बिन जल के तड़प-तड़प कर मरने से बचा सकती है।
सादर।
रविवार, 23 मार्च 2014
जल संरक्षण
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